जीवों का उपकार
जीवों का उपकार -सदगुरु महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज का प्रवचन प्यारी धर्मानुरागिनी जनता ! चेतन आत्मा शरीर के अन्दर है, इसमें किसी को संशय नहीं होना चाहिए। उसके ऊपर शरीर के आवरण हैं- स्थूल, सूक्ष्म, कारण और महा- कारण के रूपों में। ये चारों किस्म के आवरण घूंघट हैं-परदे हैं। ये परदे खुल जायँ, … Read more